* उप-निदेशक के पद पर पदोन्नति के लिए डीपीसी अब किसी भी समय। *उप-निदेशक के पद भरने की प्रक्रिया से एसटीओ और जेटीओज की पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त।

बुधवार, 24 जुलाई 2019

2018 की डीपीसीः मुद्दई सुस्त,गवाह चुस्त


मित्रो, 

कृपया इस ब्लॉग के दिनांक 15 जुलाई,2019 की पोस्ट का अवलोकन करें जिसके माध्यम से हमने उन कनिष्ठ साथियों के नाम सार्वजनिक किए थे, 2018 की रिक्ति के एवज में पदोन्नति के लिए जिनके नाम पर विचार किया जाना है किंतु जिनके एपीएआर और सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र राजभाषा विभाग को मिलने शेष हैं:


राजभाषा विभाग और एसोसिएशन के प्रयासों के बाद कई संबंधित मित्रों ने इस दिशा में शीघ्रता करते हुए अपेक्षित दस्तावेज़ विभाग को उपलब्ध कराए हैं और प्रायः सबके एपीएआर विभाग को मिल गए हैं। लेकिन, ऐसे साथियों की संख्या काफी है जिनके सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र अब भी लंबित हैं। अद्यतन स्थिति के अनुसार,निम्नांकित 19 कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र अभी तक राजभाषा विभाग के पास नहीं पहुंचे हैं:

सर्वश्री/सुश्री 

*नरेन्द्र सिंह 
*कृष्ण कुमार कालस
*रश्मि झा 
*गार्गी 
*उषादेवी एस 
*आशा 
*रश्मि द्विवेदी 
*सुष्मिता घई 
*नित्या आर. 
*आशा रानी 
*बेबी सरताज 
*शेफाली 
*अनुब्रता भट्टाचार्य 
*ममता सिंह 
*एम पद्मा 
*रजनी नागर 
*मीनाक्षी 
*चित्रा कृष्णन एल आर. 
*शिवना सी. 

एसोसिएशन ने इनमें से अधिकतर साथियों अथवा उनके अधिकारियों से संपर्क साधे हैं ताकि डीपीसी में अनावश्यक विलम्ब न हो। राजभाषा विभाग डीपीसी के लिए तत्पर है लेकिन यह तभी संभव होगी जब सबके दस्तावेज़ मिल जाएं। लिहाजा, कल भी इस सिलसिले में एसोसिएशन के सदस्यों ने कुछ अन्य ऊर्जावान साथियों के साथ शास्त्री भवन का दौरा किया था। पुनः,एतद्द्वारा सभी संबंधितों से अनुरोध है कि कृपया अपने काग़ज़ात दुरुस्त करें और अपनी पदोन्नति में विभाग तथा एसोसिएशन के साथ सहयोग करें। यदि इनमें से किसी साथी ने अपने दस्तावेज़ विभाग को उपलब्ध करा दिए हैं तो कृपया सप्रमाण ई-मेल करने का कष्ट करें।

1 टिप्पणी:

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