साथियों,
सहायक निदेशक स्तर पर सीधी भर्ती संवर्ग में चर्चा का विषय रही है। यह परीक्षा समय पर न हो पाने और बाद में इसके लिए ली गई परीक्षा को रद्द किए जाने से विक्षोभ और अनिश्चितता की स्थिति उत्पन्न हुई है। विभिन्न कारणों से, न तो सीधी भर्ती से पद भरे जा सके हैं और न ही इन रिक्तियों के एवज में पदोन्नति दी जा सकी है। स्पष्टतः, इसका असर संवर्ग के कामकाज पर भी पड़ा है।एसोसिएशन इस विषय पर सभी संबंधितों से चर्चा कर किसी निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए लगातार प्रयासरत रही है। अधिकतर साथियों की राय यह रही है कि सीधी भर्ती के रिक्त पदों पर तदर्थ पदोन्नति दी जानी चाहिए। एसोसिएशन इस पक्ष में है और इसी महीने की 4 तारीख को हमने सचिव महोदया को अभ्यावेदन दिया भी है। एक नजर:
विषय: केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग में सहायक निदेशक ग्रेड में सीधी भर्ती कोटे में रिक्त पदों पर तदर्थ पदोन्नति बाबत अनुरोध।
महोदया,
निवेदन है कि केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग में सहायक निदेशक ग्रेड में पदों की स्वीकृत संख्या 206 है जिनमें से 142 पदों पर नियमित रूप से पदोन्नत हुए अधिकारी कार्यरत हैं और रिक्ति वर्ष 2022 में लगभग 08 और पदों पर नियमित पदोन्नति के लिए कार्रवाई राजभाषा विभाग द्वारा आरंभ की जा चुकी है। इसके बावजूद लगभग 56 पद रिक्त हैं जो रिक्ति वर्ष 2015-16 से लेकर रिक्ति वर्ष 2022 तक के सीधी भर्ती कोटे के हैं। उल्लेखनीय है कि रिक्ति वर्ष 2015-16 के सीधी भर्ती कोटे के 27 पदों के लिए संघ लोक सेवा आयोग को भेजे गए प्रस्ताव को भी आयोग ने लंबे समय तक कैट के स्टे के कारण रद्द कर दिया है और राजभाषा विभाग ने इस संबंध में कैट में एम.ए. दाखिल कर दिया है जिस पर निर्णय होने में काफी विलंब होने की संभावना है। साथ ही, राजभाषा विभाग ने संवर्ग समीक्षा में सीधी भर्ती की पद्धति को समाप्त करने का प्रस्ताव भी किया है।
2. उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, एसोसिएशन आपसे अनुरोध करती है कि सहायक निदेशक ग्रेड में रिक्त सभी (56) पदों को तदर्थ आधार पर भर लिया जाए ताकि भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों में अनुवाद और संघ की राजभाषा नीति के सम्यक कार्यान्वयन जैसे सांविधिक कार्य सुचारू रूप से किए जा सकें। इसके अतिरिक्त, लगभग 20 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके अधिकारियों को वित्तीय लाभ मिलने से उनका कार्य के प्रति मनोबल और समर्पण बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि इस प्रस्ताव से कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। संबंधित अधिकारी नियमित पदधारी के आने पर पदावनत (रिवर्ट) होने के बारे में अंडरटेकिंग देने के लिए तैयार भी हैं।
3. एसोसिएशन आशा एवं पूर्ण विश्वास करती है कि उपर्युक्त प्रस्ताव पर आपकी सहमति संवर्ग के संवर्धन के लिए आपके द्वारा किए जा रहे लगातार प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।
सादर,
भवदीय,
(दिनेश कुमार सिंह)
अध्यक्ष
एसोसिएशन इस मामले में हो रही प्रगति पर नजर बनाए रखेगी और संवर्ग के साथियों को अद्यतन स्थिति से अवगत करती रहेगी।
कैट में किस संबंध में केस दायर किया गया है यदि हो सके तो केस नंबर साझा कर दें।
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