साथियो,
आज अनुवादक एसोसिएशन ने नई राजभाषा सचिव से शिष्टाचार भेंट कर संवर्ग हित से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा की।
चर्चा के दौरान सचिव महोदया ने कहा
कि राजभाषा संवर्ग में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की भर्ती तो की जा रही है परंतु चयनित
अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। इस पर अध्यक्ष श्री दिनेश जी ने कहा कि
इस सेवा में प्रवेश के लिए एम.ए., दो वर्ष के कार्यानुभव अथवा डिप्लोमा की अनिवार्यता
है,किंतु अनुवाद अधिकारियों का ग्रेड-पे उसके अनुरूप न होने के कारण इस पद के
प्रति अभ्यर्थियों में आकर्षण कम है और कई सेवारत अधिकारी भी इस सेवा से निकलना
चाहते हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि विगत में कई
अधीनस्थ कार्यालयों में वरिष्ठ अनुवादकों एवं कनिष्ठ अनुवादकों का ग्रेड-पे क्रमश:
4800 रु. (लेवल-8) एवं 4600 रु. (लेवल-7) कर दिया गया है जबकि राजभाषा के कार्यान्वयन
की मॉनीटरिंग एवं राजभाषा कार्मिकों के एक बड़े संवर्ग का नियंत्रक प्राधिकारी होने
के बावजूद केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा में इन पदों के लिए ग्रेड वेतन क्रमश:
4600 रु. (लेवल-7) एवं 4200 रु. (लेवल-6) है जिससे संवर्ग के अनुवाद अधिकारियों
में घोर निराशा है। अध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में विभिन्न न्यायालय निर्णयों
के साथ एसोसिएशन का अभ्यावेदन राजभाषा विभाग को प्रस्तुत किया गया है, जो काफी
समय से विभाग में लंबित है जिसपर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। इस पर सचिव
महोदया ने आश्वस्त किया कि इस मामले को आगे बढ़ाया जाएगा।
कई अन्य विषय भी उठाए गए। अध्यक्ष
ने कहा कि समय पर डीपीसी न होने और तदर्थ आधार पर लंबे समय तक कर्मियों को बनाए
रखने के कारण भी संवर्ग का काफी नुकसान हुआ है जिस पर ध्यान दिये
जाने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय सचिवालय
राजभाषा सेवा की संवर्ग समीक्षा (कैडर रिव्यू) प्रक्रियाधीन है। संवर्ग समीक्षा
समिति ने अपनी सिफारिशें सौंप दी हैं जिनमें संवर्ग संबंधी सभी लंबित और आवश्यक
बिंदुओं को शामिल किया गया है। अध्यक्ष ने सचिव महोदया से इस प्रस्ताव को यथाशीघ्र
अंतिम रूप देने में महती भूमिका का अनुरोध किया।
एसोसिएशन ने इन मुद्दों को लेकर
सचिव महोदया को एक अभ्यावेदन भी सौंपा।
अध्यक्ष ने सचिव महोदया से संवर्ग
संबंधी मुद्दों का व्यक्तिगत रूचि लेकर समाधान करने और संवर्ग की बेहतरी के लिए व्यक्तिगत
मार्गदर्शन का अनुरोध किया। एसोसिएशन ने विश्वास व्यक्त किया कि विगत में विभिन्न
कार्यालयों में सचिव महोदया के प्रचुर कार्य अनुभव का लाभ हमारे सेवा संवर्ग के हितों
को पूरा करने में भी प्राप्त होगा।
पूरी चर्चा के दौरान, सचिव महोदया का दृष्टिकोण सकारात्मक रहा।
बैठक के दौरान अध्यक्ष श्री दिनेश कुमार सिंह, श्री आई.ए. खान ( सहायक निदेशक, राजभाषा विभाग) , एसोसिएशन के सदस्य श्री अरुण चंद्र रॉय (वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी, गृह मंत्रालय) और बुधेश कुमार डनसेना (वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी, गृह मंत्रालय) भी उपस्थित थे। पूरी चर्चा संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली तथा निदेशक श्री बी एल मीणा जी की उपस्थिति में संपन्न हुई।
महोदय ग्रेड पे या दोनों पदों के आमेलन(merger) मुद्दे पर क्या कुछ प्रगति हुई है,कृपया अवगत करवाएं
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