* उप-निदेशक के पद पर पदोन्नति के लिए डीपीसी अब किसी भी समय। *उप-निदेशक के पद भरने की प्रक्रिया से एसटीओ और जेटीओज की पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त।

मंगलवार, 3 सितंबर 2019

Fuss gone,Pass on!

मित्रो,

हिंदी दिवस आयोजन में अब कुछ ही दिन बाक़ी हैं। 07 अगस्त और 26 अगस्त,2019 की पोस्टों के माध्यम से आप जान चुके हैं कि राजभाषा विभाग ने इस वर्ष से कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों को भी इसमें आमंत्रित किया जाना तय किया था। इसके बाद से,पास जारी होने की स्थिति को लेकर कई साथियों ने जिज्ञासा की थी। एसोसिएशन ने आपको अवगत भी कराया था कि इस मामले पर हमारी पैनी नज़र है।

आज एसोसिएशन को यह सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि राजभाषा विभाग ने सभी अनुवाद अधिकारियों के पास तैयार कर लिए हैं। इन दिनों संवर्ग की गतिविधियों के कारण विभाग की अतिरिक्त व्यस्तता को देखते हुए एतद्द्वारा हिंदी अनुभाग के समस्त प्रभारी अधिकारियों से अनुरोध है कि वे दिनांक 04 सितम्बर से 13 सितम्बर,2019 तक किसी भी कार्यदिवस में किसी सहकर्मी को अपने अनुभाग के हिंदीकर्मियों की सूची के साथ राजभाषा विभाग भेज दें ताकि वे सेवा अनुभाग से एक साथ पास ले सकें। आयोजन-स्थल पर पास के बिना प्रवेश संभव न होगा। कार्यालय का पास भी प्रवेश के काम नहीं आएगा। अतः, सभी साथियों से निवेदन है कि कृपया अंतिम तारीख़ की प्रतीक्षा न करें और पास समय रहते ले जाएं ताकि ऐन वक्त पर सेवा अनुभाग पर पास वितरण का दबाव न रहे। अन्य साथियों को भी अपने स्तर से इसकी सूचना दें।

हिंदी दिवस हिंदीकर्मियों का आयोजन है। इसलिए, इसमें आप सबसे उत्साहपूर्ण भागीदारी की अपेक्षा है। हाल ही में वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी के रुप में पदोन्नत हुए साथियों और तमाम कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों को हम ख़ास तौर से प्रोत्साहित करना चाहेंगे, जिनके लिए यह पहला अवसर होगा। इस प्रकार के आयोजन में बहुत-सी ऐसी जानकारी होती है जिसमें आप अपने लिए संभावनाएं तलाश सकते हैं। पिछले वर्ष राजभाषा विभाग ने इस अवसर पर दो पैकेज लांच किए थे। इस बार भी हम कुछ नया होने की उम्मीद लिए हैं। 

विभागीय गतिविधियों से अवगत रहना और स्वयं को अद्यतन रखना यों भी हमारा उत्तरदायित्व है।

एक साथ अपने कई साथियों से मुलाक़ात का यह एक सुंदर अवसर होगा,सो अलग।

चित्र: अनुवादक-एंकर सतेंद्र दहियाजी के सौजन्य से

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपनी पहचान सार्वजनिक कर की गई आलोचना का स्वागत है। किंतु, स्वयं छद्म रहकर दूसरों की ज़िम्मेदारी तय करने वालों की और विषयेतर टिप्पणियां स्वीकार नहीं की जाएंगी।