* * उप-निदेशकों की पदोन्नति के लिए डीपीसी संपन्न। * दो तदर्थ निदेशक नियमित भी हुए। *वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति के लिए यूपीएससी में डीपीसी की बैठक अब किसी भी दिन।

सोमवार, 19 अगस्त 2019

अब होगा न्यायः सहायक निदेशकों की पदोन्नति प्रक्रिया शुरु

साथियो,

इस ब्लॉग पर 16 अगस्त को हमने आपसे यह सूचना साझा की थी कि डीओपीटी ने बरसों से जारी गतिरोध को दूर करते हुए सहायक निदेशकों की पदोन्नति को मंज़ूरी दे दी है। इसी क्रम में, राजभाषा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सहायक निदेशकों की पदोन्नति के लिए काग़ज़ात मंगाने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी हैः


विभाग सभी संबंधितों की वार्षिक कार्य निष्पादन रिपोर्टों की पड़ताल कर रहा है और इसलिए फिलहाल सिर्फ सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र और शास्तियों के विवरण मंगवाए जा रहे हैं। हमें दिल्ली में कार्यरत सहायक निदेशकों से शीघ्रता की पूरी उम्मीद है। हम दिल्ली से बाहर के कार्यालयों में तैनात सहायक निदेशकों (राजभाषा) से इस संबंध में ख़ास तौर से अनुरोध करना चाहेंगे ताकि विभाग को पत्राचार/अनुस्मारक आदि भेजने की नौबत न आए क्योंकि इससे पूरी प्रक्रिया में अनपेक्षित विलम्ब होता है।

पदोन्नतियां परस्पर निर्भर होती हैं। सहायक निदेशकों की पदोन्नति से वरिष्ठतम अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति सुनिश्चित होगी और वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति से कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति की मार्ग भी प्रशस्त होगा।  अतः, विभाग इस मुद्दे को लेकर गंभीर है। इसलिए,सहायक निदेशकों को अपेक्षित दस्तावेज़ भिजवाने के लिए केवल 12 दिन यानी 31 अगस्त,2019 तक का समय दिया गया है।

सहायक निदेशकों की यह पदोन्नति वर्ष 2019 की रिक्ति के लिए होनी है। डीओपीटी ने एकबारगी छूट के प्रावधान के तहत ऐसे सभी सहायक निदेशकों की पदोन्नति पर हामी भरी है,जिनका नियमितीकरण वर्ष 2015 में किया गया था। इनकी संख्या फिलहाल सिर्फ 64 है। इनमें से कोई भी नाम कन्सिडरेशन ज़ोन का नहीं है।

सभी संबंधितों से अनुरोध है कि कृपया वांछित दस्तावेज़ भेजे जाने की सूचना उप-सचिव महोदय को भी दी जाए ताकि डेटाबेस को अद्यतन करने पर एक से अधिक स्तरों पर नज़र रखी जा सके। इस सिलसिले में, दिल्ली से बाहर कार्यरत सहायक निदेशकों से एसोसिएशन के स्तर पर संपर्क के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

यह उल्लेख करना समीचीन होगा कि सारी सफलताएं राजभाषा विभाग में तमाम स्तर के अधिकारियों के समेकित प्रयासों और एसोसिएशन के प्रति उनकी सदाशयता का ही प्रतिफल हैं। पूर्व सचिव महोदय श्री शैलेष कुमारजी ने भी इसके लिए व्यक्तिगत स्तर पर एकाधिक प्रयास किए थे। सेवा अनुभाग की अनुभाग अधिकारी सुश्री मधुबाला तनेजा, उप-सचिव श्री बी.एल. मीनाजी और संयुक्त सचिव श्री जयप्रकाश अग्रवालजी की सहृदयता के बिना यह काम संपन्न होना मुश्किल था। अध्यक्ष श्री दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में एसोसिएशन के एक शिष्टमंडल ने संयुक्त सचिव महोदय से आज ख़ास तौर से मुलाक़ात कर उन्हें उनके सद्प्रयासों के लिए धन्यवाद भी दिया।


यह समय सभी शुभेच्छुओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का है।

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