* * उप-निदेशकों की पदोन्नति के लिए डीपीसी संपन्न। * दो तदर्थ निदेशक नियमित भी हुए। *वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति के लिए यूपीएससी में डीपीसी की बैठक अब किसी भी दिन।

शुक्रवार, 12 जुलाई 2019

40 कनिष्ठ साथी पदोन्नत; कई और कतार में

मित्रो,

2017-18 की रिक्ति के एवज में, कनिष्ठ साथियों की पदोन्नति के लिए 25 जून,2019 को हुई डीपीसी (इस वर्ष की तीसरी) के क्रम में, राजभाषा विभाग ने बहुप्रतीक्षित आदेश जारी कर दिया है। इसमें 40 मित्रों के नाम हैं:

http://rajbhasha.nic.in/hi/Central_Secretariat_Official_Language_Service%20_Office_Order


http://rajbhasha.gov.in/sites/default/files/sewa09july2019.pdf

यदि विभाग को एपीएआर तथा सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र समय पर मिल जाते,तो यह आदेश कुछ समय पूर्व ही जारी हो सकता था। गौरतलब है कि इस डीपीसी की प्रक्रिया के दौरान जानकारी मिली थी कि कुछ साथियों के दस्तावेज़ विभाग के पास नहीं हैं। हमने इसी वर्ष 16 जनवरी की पोस्ट के माध्यम से ऐसे साथियों से शीघ्रता करने का आग्रह भी किया था।

काग़ज़ात मिलने में देरी से डीपीसी में भी आंशिक विलम्ब हुआ।

बहरहाल, सभी पदोन्नत साथियों को बधाई। आपकी खुशी एसोसिएशन के लिए भी गर्व का अवसर है। कृपया नए कार्यालय में कार्यभार ग्रहण करने में शीघ्रता करें क्योंकि यह नियमित पदोन्नति है और विलंब से आपकी अगली पदोन्नति पर असर पड़ सकता है। विभाग ने भी अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि आपकी पदोन्नति नए कार्यालय में आपके कार्यग्रहण की तारीख़ से ही प्रभावी मानी जाएगी।

दोस्तो, इस आदेश के साथ वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के पदों को शीघ्रता से भरने के मिशन का एक बड़ा चरण पूरा हो गया है,हालांकि अभी कुछ और महत्वपूर्ण पड़ाव शेष हैं। वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के पद खाली होने से कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होता है। इसके दृष्टिगत,एसोसिएशन इन पदों को प्राथमिकतापूर्वक भरे जाने के लिए लगातार सक्रिय रही है। आप में से अधिकतर साथी इससे अवगत भी हैं। एसोसिएशन ने कई बार विभाग को अवगत कराया है कि पदोन्नति में विलंब से कनिष्ठ साथियों में असंतोष फैलता है और उनका मनोबल टूटता है। यह सभी शुभेच्छुओं और विभाग के सहयोग का ही प्रतिफल है कि अब वर्ष 2018 की रिक्ति के लिए भी कनिष्ठों की पदोन्नति के दस्तावेज़ मंगाए गए हैं। ज़ाहिर है, चौथी डीपीसी भी शीघ्र होगी। इसमें उन तमाम कनिष्ठ साथियों के नाम शामिल होंगे जिनके दस्तावेज़ वर्ष 2017-18 की रिक्ति के लिए भी मंगाए गए थे (कंसिडरेशन ज़ोन के कारण वास्तविक रिक्ति से इतर भी दस्तावेज़ मंगाए जाने का नियम है) लेकिन जिनके नाम तीसरी डीपीसी के आदेश में शामिल नहीं हो पाए हैं।

इसी सिलसिले में, हमने पिछली पोस्ट में आपसे यह जानकारी साझा की थी कि वर्ष 2019 की रिक्ति की गणना भी की जा रही है ताकि पात्रता सेवा पूरी करने के तुरन्त बाद सभी कनिष्ठ साथियों की पदोन्नति सुनिश्चित की जा सके। विभाग स्वयं भी इस दिशा में गंभीर है।

डीपीसी समय पर हो,यह इस संवर्ग के सुचारु तरीक़े से चलने और अनुवादकों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक है। अतः, भविष्य में भी, रिक्ति होने पर सभी पात्र मित्रों को सही समय पर पदोन्नति मिले, एसोसिएशन इसके लिए अपने प्रयासों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।

बने रहिए।

1 टिप्पणी:

  1. महोदय क्या 12 जेटीओज के एपीआर जो आने शेष थे, उन सभी के एपीआर प्राप्त हो गए हैं?

    जवाब देंहटाएं

अपनी पहचान सार्वजनिक कर की गई आलोचना का स्वागत है। किंतु, स्वयं छद्म रहकर दूसरों की ज़िम्मेदारी तय करने वालों की और विषयेतर टिप्पणियां स्वीकार नहीं की जाएंगी।