मित्रो,
आज ही हमने आपको जानकारी दी थी कि राजभाषा विभाग कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति के लिए इस वर्ष की चौथी डीपीसी (वर्ष 2018 की रिक्ति के लिए) की प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी करना चाहता है किंतु यह तभी संभव है जब विभाग को सभी संबंधितों की वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्टें और सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र मिल जाएं। राजभाषा विभाग ने अपने ज्ञापन के माध्यम से यह स्पष्ट किया था कि किन-किन लोगों की सतर्कता निकासी मंगाई जानी है:
http://rajbhasha.gov.in/sites/default/files/sewa27june2019.pdf
इस कार्यालय ज्ञापन में विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया था कि किन-किन लोगों के एपीएआर शेष हैं। हमने आपको सूचित किया था कि जिन लोगों के एपीएआर विभाग के पास नहीं होंगे,विभाग उनके संबंध में अलग से ज्ञापन जारी करेगा।
http://rajbhasha.gov.in/sites/default/files/sewa27june2019.pdf
इस कार्यालय ज्ञापन में विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया था कि किन-किन लोगों के एपीएआर शेष हैं। हमने आपको सूचित किया था कि जिन लोगों के एपीएआर विभाग के पास नहीं होंगे,विभाग उनके संबंध में अलग से ज्ञापन जारी करेगा।
एसोसिएशन को मिली जानकारी के अनुसार, ऐसे 12 लोग हैं जिनके एपीएआर लंबित हैं। इनकी सूची संलग्न की जा रही है। सभी संबंधित कृपया इसे देखें और लंबित दस्तावेज़ विभाग को शीघ्रता से उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
विभाग और एसोसिएशन सभी संबंधितों के साथ अलग से भी संपर्क में है।
विभाग और एसोसिएशन सभी संबंधितों के साथ अलग से भी संपर्क में है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपनी पहचान सार्वजनिक कर की गई आलोचना का स्वागत है। किंतु, स्वयं छद्म रहकर दूसरों की ज़िम्मेदारी तय करने वालों की और विषयेतर टिप्पणियां स्वीकार नहीं की जाएंगी।