* * उप-निदेशकों की पदोन्नति के लिए डीपीसी संपन्न। * दो तदर्थ निदेशक नियमित भी हुए। *वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति के लिए यूपीएससी में डीपीसी की बैठक अब किसी भी दिन।

शनिवार, 15 दिसंबर 2018

कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति प्रक्रिया शुरु

साथियो,

27 नवम्बर,2018 को साझा की गई सूचना के अनुरूप ही,राजभाषा विभाग ने कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति के लिए ज़रूरी काग़ज़ात मंगाने का ज्ञापन जारी कर दिया है। इन अनुवादकों को 2015-16, 2016-17 और 2017-18 की रिक्तियों के एवज में नियमित आधार पर पदोन्नत किया जाना हैः



विभाग ने सत्यनिष्ठा,सतर्कता निकासी और शास्ति प्रमाणपत्र का आदर्श प्रारुप भी जारी किया है।

जिन 77 अनुवादकों के नाम इस ज्ञापन में शामिल हैं,उनसे अनुरोध है कि वे कृपया वार्षिक कार्य-निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट, सत्यनिष्ठा प्रमाणपत्र, सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र और पिछले 10 वर्षों का शास्ति प्रमाणपत्र राजभाषा विभाग को शीघ्रता से उपलब्ध कराने की पहल करें। सजग साथी अपने अन्य संबंधित मित्रों को भी प्रेरित करें ताकि अनावश्यक विलम्ब न हो और वर्तमान रिक्तियों के अनुरूप पदोन्नति के आदेश जारी किए जा सकें।

नोटः श्री कृष्ण कुमार( क्रम सं. 14) और सुश्री बादिरेड्डी रजनी (क्रम सं. 16) अब केंद्रीय सचिवालय राजभाषा संवर्ग के अंग नहीं हैं। यदि किसी साथी को ज्ञापन में शामिल किसी अन्य भी ऐसे नाम के बारे में जानकारी हो जो इस संवर्ग को छोड़ चुके हैं,तो कृपया उसे एसोसिएशन के संज्ञान में लाएं ताकि विभाग का इस ओर ध्यानाकर्षण कर क्रमिक पात्रता वाले अन्य साथियों की पदोन्नति सुनिश्चित की जा सके।

अपडेटः20.12.2018
राजभाषा विभाग कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति के आदेश जनवरी,2019 के पूर्वार्ध तक जारी कर देने के लिए प्रयासरत है किंतु यह तभी हो पाएगा जब सभी संबंधितों के संगत दस्तावेज विभाग को अगले एक सप्ताह के भीतर मिल जाएं। अतः,सभी मित्र कृपया इस कार्य को प्राथमिकतापूर्वक निपटाने का कष्ट करें।

24 टिप्‍पणियां:

  1. महोदय, कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति के विषय में विलंब से लिए निर्णय का स्वागत है । जैसे की विदित है कनिष्ठ अनुवादकों की न तो कोई असोशिएशन मौजूद है और न ही ऐसा कोई मंच जहां वो अपने दुविधाएँ साझा कर सकें, ऐसे में वर्ष 2009 बैच के कनिष्ठ अनुवादक अपनी सेवा के लगभग साढ़े आठ साल पूरा कर अब वरिष्ठ अनुवादक बनेंगे जब कि अगले वर्ष वो MACP के योग्य हो जाएंगे । कृपया उचित जगह तैनाती हेतु पुनः विकल्प मांगे जाएँ और मनपसंद जगह तैनाती दी जाए ताकि अगले पंद्रह वर्षों तक वरिष्ठ अनुवादक के रूप में कार्य करते समय वे अनेक समस्याओं का भी सामना कर सकें जो एक व्यक्ति के जीवन में आती हैं । राजभाषा काडर अपने मिलनशील, सहयोगी और हंसमुख स्वभाव के अधिकारियों के लिए जाना जाता है, यह काडर ऐसा ही बना रहे ऐसी कामना है ।

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  2. please inform whether all the junior translators whose names appeared in the list issued by Department of Official Language on 14.12.2018 will be promoted to Senior translator.

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  3. please inform whether all the junior translators whose names appeared in the list issued by Department of Official Language on 14.12.2018 will be promoted to Senior translator.

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  4. please inform whether all the junior translators whose names appeared in the list issued by Department of Official Language on 14.12.2018 will be promoted to Senior translator.

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  5. पदोन्नति आदेश कब तक जारी होने की संभावना है..

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    1. कुछ लोगों के काग़ज़ात आने शेष हैं। मिलते ही डीपीसी की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी।

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    2. why all junior translators are not going to be promoted. kindly give reasons.

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    3. Promotions are given on the basis of vacancies available and the number of persons eligible for.

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    4. Further,as of now the matter of promotion is being taken up for the vacancy year 2015-6,2016-17 & 2017-18 only. Very soon,the next lot of JHTs will be promoted for the vacancy year 2018(not to be confused with 2017-18) and that will cover all those left out.

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  6. महोदय नव वर्ष की शुभकामनाएँ । कृपया देखें की डी पी सी पश्चात कनिष्ठ अनुवादकों से तैनाती संबंधी विकल्प अवश्य मांगे जाएँ । अधिकतर कार्यालयों में वरिष्ठ हिन्दी अनुवादक के पद रिक्त हैं । सुरुचिपूर्वक कार्य करने में अलग ही आनंद है और स्वस्थ माहौल भी अपेक्षित है ।

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    1. पिछली बार जब विभाग ने यह विकल्प मांगा था तो अधिकतर लोगों ने आपूर्ति और निपटान महानिदेशालय का विकल्प दिया था!
      इस संवर्ग में सबको "लाइट ऑफिस" चाहिए। यह संभव नहीं।
      किस कार्यालय में किस अनुपात में काम है,विभाग को इसकी जानकारी है। विभाग इस बात का ध्यान रखता है कि जो अधिक काम वाले दफ्तर में तैनात रहे हैं,पदोन्नति पर उन्हें अपेक्षाकृत कम काम वाला दफ्तर दिया जाए। किंतु, यह अनिवार्य नहीं है। अधिक काम वाले दफ्तरों को भी प्रतिभाशाली लोगों की आवश्यकता रहती ही है।
      किसे कहां तैनाती दी जानी है,यह विभाग स्वयं तय करेगा।
      दफ्तर का माहौल अच्छा बनाए रखने का दायित्व अनुवादकों का भी है।

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    2. महोदय इतनी तीव्रता से उत्तर देने के लिए धन्यवाद। आप बिलकुल सही हैं किन्तु अनेक प्रकार की जटिलताएँ हर विभाग में हैं जिनके विषय में राजभाषा विभाग नहीं जानता है । उदाहरण के तौर पर सीबीआई एवं आईबी में बेसिक वेतन का 20 प्रतिशत अधिक मिलता है जिस से कुछ वेतन में बढ़ोत्तरी होती है । विदेश मंत्रालय अमूमन तैनाती नहीं मिलती और ना ही प्रधान मंत्री कार्यालय । कुछ कार्यालयों में क्रियान्वयन का कार्य अधिक होता है और कहीं अनुवाद का । मेरा मत है कि आपूर्ति और निबटान कार्यालय भी GEM के आने से बदलाव में था और अब वह बंद हो चुका है । में आपके इस मत से सहमत नहीं हूँ महोदय की राजभाषा विभाग इतनी गूढ़ जानकारी रखता है कि कहाँ किस प्रकार का कार्य हो रहा है फिर भी अनुरोध किया जा सकता है और समय बदल चुका है सभी अनुवादक भिन्न भिन्न अपेक्षा रखते हैं । उचित है कि राजभाषा विभाग पर छोड़ दिया जाए पर आप भी जानते हैं कि असोशिएशन कितने ही मुद्दों पर कितने कठिन प्रयास करती है । वरिष्ठ अनुवादक कहीं भी रहे बिना कार्य करे जीविका नहीं चला सकते किन्तु कार्यालय घर के पास हो , इत्यादि बातें बहुत फर्क डालती हैं ।

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    3. जब एक अकेला अनुवादक इतनी जानकारी जुटा सकता है तो क्या संवर्ग नियंत्रक को संवर्ग की स्थिति के बारे में कोई जानकारी न होगी?
      घर के पास रहने और विदेश घूमने की इच्छा अधिकतर को है लेकिन इतनी रिक्तियां ही नहीं हैं।
      आपको असहमति का अधिकार है किंतु तथ्य यही है कि राजभाषा विभाग ने तमाम मंत्रालयों/कार्यालयों का श्रेणीकरण कर रखा है। एसोसिएशन से भी विभाग को इनपुट मिलता रहा है।
      अनुवाद और कार्यान्वयन दोनों ही कार्य अनुवादकों के दायित्व में शामिल हैं। जहां जो कार्य अधिक है,वहां वही कार्य मनोयोगपूर्वक करना चाहिए।
      शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की तैनाती के मामले में एसोसिएशन विशेष प्रयास करता रहा है और करता रहेगा। किंतु अन्यों को विभाग के विवेकाधिकार का सम्मान करना चाहिए। एनोनिमस को वैसे भी कोई चिंता नहीं करनी चाहिए।

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  7. Bhai vacancy yo bahut hai par csol kr log bharna nahin mangte

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  8. महोदय क्या पदोन्नत होने वाले सभी कनिष्ठ अनुवादकों के अपेक्षित दस्तावेज राजभाषा विभाग को प्राप्त हो गए हैं.. यदि हाँ तो डी पी सी कब तक हो सकती हैं..

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  9. महोदय यह बहुत ही प्रशंसनीय प्रयास है कि अंततोगत्वा हमारे कनिष्ठ अनुवादक भाई- बहन पद्दोनत होने जा रहे हैं। यह और भी प्रशंसनीय है कि इस सप्ताह डीपीसी कि बैठक प्रस्तावित है। संभवतः इस माह के अंत तक सबको विभाग भी आवंटित कर दिए जाएंगे।

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  10. Sir, I just came to know about this blog. I have been working as JHT and I am happy that such forum exists. I read above comments and believe that my office indeed not main ministry but had lots of work load and due to less number of employees people presume that we have less work. Now after promotion if I have been given Main Ministry again then It would be injustice for me. Please ask for three options and then allot me a balanced office.

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  11. महोदय तीन विकल्प मांगने की यह मांग जायज़ है और एसोसियशन को भी इस दिशा में अपनी ओर से यह मांग करनी चाहिए।

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  12. महोदय क्या पदोन्नति का आदेश आचार संहिता लागू होने के पहले जारी हो जायेगा..

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    1. संयुक्त सचिव का पद इस समय राजभाषा विभाग में ख़ाली है। इस कारण डीपीसी नहीं हो पा रही है।
      विभाग सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है।

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  13. महोदय पदोन्नति के आदेश आखिरकार जारी नहीं हो पाये..फिर चार पाँच महीनों की प्रतीक्षा..

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    1. आचार-संहिता सामान्य पदोन्नति आदेशों पर लागू नहीं होती।

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