* * उप-निदेशकों की पदोन्नति के लिए डीपीसी संपन्न। * दो तदर्थ निदेशक नियमित भी हुए। *वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति के लिए यूपीएससी में डीपीसी की बैठक अब किसी भी दिन।

मंगलवार, 27 नवंबर 2018

पदोन्नत होंगे कनिष्ठ अनुवादक, वरिष्ठ अनुवादक अपेक्षित दस्तावेज शीघ्रता से भिजवाएं

मित्रो,

वर्ष 2017-18 और 2018 की रिक्तियों के एवज में वरिष्ठ अनुवादकों की सहायक निदेशक के रूप में नियमित पदोन्नति के लिए राजभाषा विभाग ने 26 नवम्बर,2018 को एक ज्ञापन जारी कर वार्षिक कार्य निष्पादन रिपोर्ट और सतर्कता निकासी/शास्तियों की मांग की हैः


विभाग ने इस ज्ञापन के माध्यम से 19 अनुवादकों के वार्षिक कार्य निष्पादन रिपोर्ट(एपीएआर) के अलावा 10 वर्षों की शास्तियां भी मांगी है। एसोसिएशन ने इस संदर्भ में विभाग का ध्यानाकर्षण किया है कि चूंकि  संबंधित अनुवादकों की वर्ष 2016-17 की रिक्ति के लिए विचारार्थ पूर्व में मंगाई गई सतर्कता निकासी/शास्तियां विभाग के पास पहले ही से मौजूद हैं जो छह माह यानी तक मान्य हैं, अतः नए सिरे से शास्तियां मांगे जाने का कोई औचित्य नहीं है। विभाग ने इस पर सहमति व्यक्त की है। परिणामस्वरूप,इस मामले में केवल लंबित एपीएआर उपलब्ध कराना ही पदोन्नति के लिए पर्याप्त होगा।

सभी अनुरोध है कि जिन भी अनुवादक मित्रों के नाम के आगे एपीएआर लंबित दर्शाया गया है, वे कृपया इसे विभाग को तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि अगले महीने हर हाल में विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक हो और उनकी पदोन्नति के आदेश जारी किए जा सकें।

इस बीच,कनिष्ठ अनुवादकों की वरिष्ठ अनुवादक के रूप में पदोन्नति की प्रक्रिया भी अपने अंतिम चरण में है। संबंधित कनिष्ठ अनुवादकों से अपेक्षित दस्तावेज मंगाए जाने संबंधी पत्र शीघ्र ही अपलोड होने की संभावना है।

अपडेट(30.11.2018@10:51)
साथियो,
27 नवम्बर की पोस्ट के माध्यम से हमने सूचित किया था कि वर्ष 2017-18 और 2018 की रिक्ति के एवज में पदोन्नत होने जा रहे वरिष्ठ अनुवादकों को सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र भिजवाना ज़रुरी नहीं है क्योंकि यह पहले से विभाग के पास मौजूद है। किंतु,विभाग से अब मिली जानकारी के अनुसार,सभी संबंधितों को लंबित एपीएआर और शास्तियों की जानकारी के अलावा सतर्कता निकासी प्रमाणपत्र भी भिजवाना होगा। कृपया तदनुसार शीघ्रता करें। 

6 टिप्‍पणियां:

  1. आपका प्रयास बेहद प्रशंसनीय है | किंतु वर्ष 2018 की रिक्तियों के एवज में केवल 19 वरिष्ठ अनुवादकों को सहायक निदेशक के रूप में नियमित पदोन्नति दिया जाना समझ से परे है | यदि यही गति रही तो अन्य पदधारियों को पदोन्नति हेतु पात्र सेवा हो जाने के पश्चात भी पदोन्नति के लिए 20 लग सकते है | जब कि उप निदेशक के लगभग 83 पद तथा सहायक निदेशक के भी काफी पद रिक्त है | इस संबंध में आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया आप इस दिशा में राजभाषा विभाग से संपर्क कर उप निदेशक एवं सहायक निदेशक के रिक्त पद के एवज में ad-hoc promotion डे कर अन्य पदधारियों को लाभान्वित करा सकते है | चूकि अब DOPT ने भी अपने पदधारियों को ad-hoc promotion देना शुरू कर दिया है तो आपका एक प्रयास काफी अन्य पदधारियों को लाभान्वित करा सकता है | आपका फिर एक बार धन्यवाद !

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    1. पदोन्नतियां,सीधी भर्ती के लिए आरक्षित पदों से इतर की वर्षवार रिक्ति के अनुपात में ही की जा रही हैं।
      उप-निदेशकों के सभी पदों को नियमित आधार पर भरने में महज कुछ औपचारिकताएं शेष हैं।
      तदर्थ पदोन्नति की आवश्यकता नहीं है। सहायक निदेशकों के सभी रिक्त पद 2019 के पूर्वार्ध तक नियमित आधार पर भर लिए जाने की पूरी संभावना है।

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    2. ताज़ा ज्ञापन की सूची से 12/13 वरिष्ठ अनुवादकों (जिनके दस्तावेज मंगाए गए हैं) की पदोन्नति के बाद वर्ष 2018 के अंत तक पदोन्नति कोटे से कोई रिक्ति नहीं रह जाएगी। जब कोई रिक्ति ही नहीं है,तो फिर तदर्थ या नियमित आधार पर पदोन्नति की मांग नहीं की जा सकती। उप-निदेशक के पदों को भरने हेतु सहायक निदेशक के तौर पर अपेक्षित वर्षों तक के लिए ढील देने के लिए भर्ती नियमों में संशोधन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अधिसूचित होते ही उप-निदेशक स्तर की रिक्तियां भर ली जाएंगी।
      यह भी गौरतलब है कि तदर्थ आधार पर पदोन्नति से फीडर ग्रेड में रिक्तियां सृजित नहीं होतीं। मसलन, यदि सहायक निदेशकों को तदर्थ आधार पर उप-निदेशक के रूप में पदोन्नत कर भी दिया जाए,तो इससे इससे सहायक निदेशक के स्तर पर रिक्ति सृजित नहीं होगी।

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  2. Official Language Department had asked for vigilance clearance of 19 Senior Translators. They were expected to be promoted as AD by December end. December is about to end but there are no signs of promotions orders or date of DPC. Is there some problem??

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