मित्रो,
एसोसिएशन को यह सूचित करते हुए प्रसन्नता है कि राजभाषा विभाग शीघ्र ही लगभग 12 वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति प्रक्रिया प्रारंभ करने वाला है।
आप अवगत ही होंगे कि 5 वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति का मामला पहले ही से अग्रिम चरण में है।
लगभग 12 वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की प्रस्तावित पदोन्नति वर्ष 2023 की रिक्ति के लिए होगी जबकि वर्तमान में जिन 5 वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए कार्रवाई चल रही है, उनकी पदोन्नति रिक्ति वर्ष 2022 के लिए होगी।
इस संबंध में, हम संवर्ग के सभी अधिकारियों-अनुवादकों से अनुरोध करना चाहेंगे कि वे अपनी वार्षिक कार्य-निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) को अद्यतन रखें। हमारे संवर्ग में, विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की डीपीसी की कुछेक बैठकें चंद कर्मियों की एपीएआर उपलब्ध न होने से विलंबित होने के कई उदाहरण हैं। जैसे, अभी सहायक निदेशक से उप-निदेशक के रूप में पदोन्नति का मामला भी कुछ अधिकारियों की कुछ वर्षों की एपीएआर उपलब्ध न हो पाने के कारण लंबित है। ये अधिकारी हैं-
श्री हरिश्चंद्र केरापा |
मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय |
2018-19, 2019-20, 2020-21 (कुल 3 वर्ष) |
श्री चंद्र सिंह |
पंचायती राज मंत्रालय |
2018-19,2019-20, 2020-21 (कुल 3 वर्ष) |
श्री केदार नाथ कर्ण |
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन
प्राधिकरण |
2016-17, 2017-18, 2018-19, 2019-20 और 2020-21
(कुल 5 वर्ष) |
इनके अलावा, कुछ सहायक निदेशकों की सतर्कता निकासी भी विभाग को अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। ये हैं-
श्री रमन कुमार वर्मा |
विदेश व्यापार
महानिदेशालय |
श्री मुकेश कुमार |
राजभाषा विभाग |
श्री रणवीर सिंह |
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय |
अतः विचार क्षेत्र में आने वाले सभी वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों से अनुरोध है कि वे अपनी एपीएआर की स्थिति देख लें और मांगे पर जाने पर सतर्कता निकासी विभाग को शीघ्र उपलब्ध कराएं।
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