श्री
सुबोध जी सोशल मीडिया (https://www.facebook.com/subodh.kumar.7399786) पर अक्सर काफी सक्रिय रहते थे और अपनी कविताओं के अलावा देश –
दुनिया के सामयिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखते थे। सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर
की संख्या भी अच्छी-खासी थी।
श्री सुबोध जी ने सेवानिवृत्ति के समय की एक अनौपचारिक चर्चा में, आगे का अपना जीवन साहित्यक तथा सामाजिक कार्यों में और परिवार के साथ बिताने की इच्छा व्यक्त की थी।इसे सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित सहभोज में अपनी एक पसंदीदा कविता के माध्यम से भी उन्होंने अभिव्यक्त किया था:
किन्तु, नियति को कुछ और ही मंजूर था। कल किसी अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें वाहन से
टक्कर मार दी जिसके बाद उन्हें नोएड़ा के एक अस्पताल में गंभीर स्थिति में
भर्ती कराया गया था और आज सुबह ही वाणिज्य मंत्रालय में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी
श्री शुभम रामावत ने श्री सुबोध जी के पुत्र के हवाले से उनके निधन की दु:खदायी सूचना
दी।
श्री सुबोध जी केन्द्रीय अनुवाद ब्यूरो, भारी उद्योग मंत्रालय और कोयला मंत्रालय में भी विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे और संवर्ग में उनके परिचय का दायरा बहुत बड़ा था। उनके निधन की खबर सभी शुभचिंतकों को मर्माहत करने वाली है।
श्री सुबोध कुमार जी की स्मृति को एसोसिएशन की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।
तस्वीर में : वाणिज्य मंत्रालय में सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में गुलदस्ते
से स्वागत करते सहायक निदेशक श्री राजेन्द्र तूर जी। साथ में हैं वरिष्ठ अनुवाद
अधिकारी सुश्री सीमा सोनी।
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