साथियो,
2019 और 2020 की रिक्तियों के लिए तदर्थ सहायक निदेशकों का बहुप्रतीक्षित नियमितीकरण आदेश राजभाषा विभाग ने जारी कर दिया हैःhttps://rajbhasha.gov.in/sites/default/files/sewa23march2021.pdf
जैसा कि आदेश से स्पष्ट है, तदर्थ सहायक निदेशक के रुप में कार्यरत हमारे कुछ साथी समस्त प्रयासों के बावजूद, इस सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं। हम आश्वस्त करना चाहेंगे कि ऐसे सभी साथियों के नियमितीकरण सहित कुछ अन्य वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया राजभाषा विभाग में चल रही है और तत्संबंधी आदेश/ज्ञापन शीघ्र ही जारी किए जाएंगे।
बहरहाल, कल एसोसिएशन ने राजभाषा सचिव महोदय से शिष्टाचार भेंट की। इसका प्रयोजन अन्य विषयों पर चर्चा के साथ-साथ सहायकों के नियमितीकरण के लिए हुई डीपीसी के प्रति सचिव महोदय को धन्यवाद देना भी था। चर्चा में, एसोसिएशन ने विशेषकर उप-निदेशक के पदों को भरने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने का अनुरोध किया। एसोसिएशन ने उप-निदेशक के पदों को भरे रखने के लिए सहायक निदेशक के तौर पर तीन वर्ष और वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी के तौर पर पांच वर्ष यानी कुल 8 वर्षों की नियमित सेवा के प्रावधान को बहाल किए जाने पर ज़ोर देते हुए स्पष्ट किया कि अन्यथा आगे लंबे समय तक उप-निदेशक के काफी पद खाली रखने होंगे। एसोसिएशन ने डीपीसी नियमानुसार नियमित अंतराल पर करना जारी रखने का भी अनुरोध किया ताकि रिक्ति होते ही उसे भरने की प्रक्रिया शुरु की जा सके।
सचिव महोदय से मुलाक़ात कर हिंदी के प्रसार में उनकी सक्रियता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और विशेषकर कंठस्थ के प्रशिक्षण में उनकी भूमिका की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। सचिव महोदय ने कहा कि कंठस्थ में प्रशिक्षण के साथ-साथ यह भी आवश्यक है कि इसे कार्यालयों में व्यवहार में लाया जाए। हिंदी के प्रसार संबंधी प्रयासों पर उनके कुछ प्रयास हम शीघ्र ही इस ब्लॉग पर साझा करेंगे।
सचिव महोदय ने एसोसिएशन को संवर्ग के हित में आगे भी हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। अब तक के उनके सहयोगात्मक और सकारात्मक दृष्टिकोण के कारण निकट भविष्य में संवर्ग कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों की आशा रख सकता है।
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