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तदर्थ उप-निदेशकों के नियमितीकरण से रिक्त हुए पदों के एवज में, 2020 की रिक्ति के एवज में तदर्थ सहायक निदेशक के नियमितीकरण के लिए राजभाषा विभाग ने ज्ञापन जारी कर दिया हैः
https://rajbhasha.gov.in/sites/default/files/sewa15october2020.pdf
एसोसिएशन का प्रयास था कि तदर्थ उप-निदेशकों और तदर्थ सहायक निदेशकों के नियमितीकरण के लिए दस्तावेज़ साथ-साथ मंगा लिए जाएं ताकि दोनों के नियमितीकरण में अंतराल अधिक न हो, किंतु तकनीकी कारणों से यह संभव न हो सका।
तदर्थ सहायक निदेशकों के नियमितीकरण के लिए काग़ज़ात उपलब्ध कराने के प्रयोजन से एक पखवाड़े का समय दिया गया है। एसोसिएशन तमाम तदर्थ सहायक निदेशकों के संपर्क में है ताकि वांछित दस्तावेज़ अंतिम तारीख़ से पहले ही विभाग में पहुंच जाएं और विभाग को अनुस्मारक पर अनुस्मारक जारी करने की नौबत न आए। तदर्थ सहायक निदेशकों के नियमित होने के बाद ही वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों को तदर्थ आधार पर पदोन्नत किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि नियमितीकरण के लिए फाइल संघ लोक सेवा आयोग भेजी जानी होती है और आयोग को भी विभागीय पदोन्नति समिति के प्रस्ताव की संवीक्षा के लिए समय देना होता है।
हमारा प्रयास है कि वर्ष 2019 और 2020 की रिक्तियों के एवज में सहायक निदेशक की सभी रिक्तियां नियमित पदोन्नति से भर लिए जाने के बाद, सहायक निदेशक के शेष पद भी भर लिए जाएं। इन रिक्ति वर्षों के एवज़ में नियमित किए जाने वाले पदों की गणना करते समय सीधी भर्ती के 25 प्रतिशत कोटे और अनुसूचित जनजाति कोटे (रिक्ति तो है किंतु तीन वर्ष की नियमित सेवा वाले पात्र कर्मी उपलब्ध नहीं हैं) को अलग रखना होता है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2021 में काफी अधिक संख्या में रिक्ति होगी और एसोसिएशन को उम्मीद है कि सभी शेष और संभावित तदर्थ सहायक निदेशक 2021 की रिक्ति के एवज में नियमित हो सकेंगे। इसलिए, जो साथी इस सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं, उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं।
हमारा अनुरोध है कि सतर्कता निकासी के लिए सभी साथी शीघ्रता करें और अपने अन्य साथियों को भी शीघ्रता के लिए प्रोत्साहित करें।
वीसी की प्रति संदर्भ के लिए एसोसिएशन को उपलब्ध कराई जाए।
वर्ष 2019 की रिक्ति के लिए भी तदर्थ सहायक निदेशकों के नियमितीकरण का मामला प्रगति पर है।
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