बैठक के प्रारम्भ में, एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राकेश कुमारजी ने सभी सदस्यों को मुख्य-मुख्य बिंदुओँ की जानकारी दी और उनपर सबको खुलकर अपने विचार रखने को प्रोत्साहित किया। बैठक में अधिकारियों के बीच कनिष्ठ और वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों को अनुवाद अधिकारी के रुप में पदनामित करते हुए दोनों पदों के विलय, सभी स्तरों पर पदों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि, उप-निदेशक के तौर पर पदोन्नति के लिए 8 वर्ष की संयुक्त सेवावधि (नियमित) के प्रावधान को बहाल करने, निदेशक के स्तर पर प्रतिनियुक्ति के प्रावधान को समाप्त करने की आवश्यकता, 2018 में नियमित किए गए सहायक निदेशकों की सेवानिवृत्ति करीब होने को देखते हुए उन्हें उप-निदेशक के तौर पर पदोन्नति के लिए हो रहे प्रयासों, सहायक निदेशक के पद पर सीधी भर्ती के लिए हुई परीक्षा की स्थिति, भर्ती नियमों में निर्धारित अर्हता में अपेक्षित सुधार, संवर्ग को आकर्षक बनाने के अन्य उपायों, कुछ संयुक्त निदेशकों को निदेशक बनाने के लिए जारी प्रयासों की स्थिति, निकट भविष्य में उप-निदेशक, संयुक्त निदेशक और निदेशक के स्तर पर संभावित रिक्तियों को देखते हुए भावी कार्यनीति, ऊपर की रिक्तियों को भरने के लिए सहायक निदेशक,उप-निदेशक और संयुक्त निदेशक का एक संयुक्त पूल बनाए जाने की संभावना तथा संवर्ग समीक्षा वर्ष में मिल सकने वाली छूटों सहित संवर्ग के समग्र कल्याण पर बहुत सार्थक चर्चा हुई।
गृह मंत्रालय में सहायक निदेशक और अनुवादक एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री दिनेश कुमार सिंह ने कई मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि क्यों हमारे संवर्ग में सभी ग्रेड में अधिकारियों के नियमितीकरण के लिए समय रहते प्रयास नहीं किये जा सके जिसके कारण वे रिक्ति होने के बावजूद 7-8 वर्ष तक तदर्थ ही बने रहे। तदर्थ सहायक निदेशकों का नियमितीकरण समय पर न हो पाने के कारण ही आज संवर्ग में ऊपर के पदों पर रिक्तियां हैं और कई अग्रज सहायक निदेशक के पद से ही सेवानिवृत्त होने की कगार पर हैं। इसलिए सीएसएस संवर्ग की ही तरह अप्रूव्ड सर्विस का प्रावधान राजभाषा संवर्ग में लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सभी सदस्यों ने इसकी मुक्त कंठ से प्रशंसा की। सदस्यों ने स्वीकार किया कि विगत वर्षों में डीपीसी नियमित रुप से होने के कारण संवर्ग की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
बैठक में कई अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
संवर्ग समीक्षा की स्थिति से हम साथियों को शीघ्र ही विस्तार से अवगत कराने का विश्वास रखते हैं।
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